बाबा साहब डॉक्टर के स्मारक पर भीमराव अंबेडकर जयंती तक संचालित सद्भावना एकजुटता

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वैशाली/हाजीपुर।भाकपा माले के आह्वान पर 11 अप्रैल महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती से 14 अप्रैल अभियान का आज हाजीपुर शहर में सद्भावना एकजुटता मार्च के बाद अनवरपुर चौक स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के स्मारक पर माल्यार्पण के बाद समाप्त हो गया, अनवरपुर चौक पर सभा के बाद नेताओं ने बारी बारी से बाबा साहब के मूर्ति पर माल्यार्पण किया, सभा को संबोधित करने वालों में भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य विशेश्वर प्रसाद यादव, जिला सचिव योगेंद्र राय, जिला कमेटी सदस्य रामबाबू भगत, संगीता देवी, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मजिद्र शाह, राम भजन पंडित, साहदुल्लाहपुर सरपंच गोपाल पासवान, ममता देवी, अरुण पासवान, विश्वनाथ शाह, जितेंद्र पासवान, खुशबू देवी, मंजू देवी, मोनीदेवी , आदि लोगों ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब किसी जाति ,व्यक्ति के नाम पर पार्टी बनाने के सख्त विरोधी थे, उन्होंने 1936 में स्वतंत्र लेबर पार्टी बनाकर 1937 में चुनाव लड़ा और 13 सदस्यों के साथ मुंबई विधानसभा में जीत कर गए थे, बाबा साहब का नाम लेकर आज कुछ लोग उनके नाम पर और जाति के नाम पर पार्टी बना कर उनकी आत्मा को दुख पहुंचा रहे हैं, बाबा साहब को कुछ लोग दलितों के नेता के रूप में प्रचारित कर रहे हैं, जबकि सच्चाई है कि बाबा साहब केवल दलितों के नहीं हिंदुस्तान के सभी जाति धर्म और संप्रदाय के लिए एक मजबूत लोकतांत्रिक भारत के निर्माण के पक्षधर थे, अपने श्रम मंत्री को कॉल में उन्होंने श्रमिकों के हित में अनेक कानून बनाएं, वे आर्थिक सामाजिक राजनैतिक शैक्षणिक सांस्कृतिक समानता के मजबूत पक्षधर थे, नेहरू के नेतृत्व वाली मंत्रिमंडल में यह काम नहीं होते देख उन्होंने त्यागपत्र देने का काम किया, लाखों लोगों के साथ 22 शपथ लेकर वे ब्रह्मा, विष्णु ,महेश ,राम,कृष्ण, को भगवान के रूप में स्वीकार करने से इनकार किया, यहां तक की जो लोग महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार बता रहे थे ,उसका भी विरोध किया, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर हिंदू राष्ट्र का विरोध करते हुए कहा था हिंदू राष्ट्र से बड़ा आपदा इस देश के लिए दूसरा कुछ नहीं हो सकता, आज भाजपा की सरकार बाबा साहब निर्मित संविधान और लोकतंत्र को समाप्त कर रही है, देश के संसाधनों को अपने कारपोरेट मित्रों के हाथों बेच रही है, रामनवमी सहित हर एक त्योहारों में देश की जनता की एकता को तोड़ने के लिए अंग्रेजों के तर्ज पर सांप्रदायिक उन्माद उत्पात पैदा कर देश को बांटने की कोशिश कर रही है, भगत सिंह औरबाबा साहब के सपनों का भारत बनाने के लिए आज के अवसर पर हम सबों को संकल्प लेना है इसके लिए जो भी कुर्बानी देना पड़ेगा उसे सहर्ष हम सभी स्वीकार करेंगे,
प्रेषक, विशेश्वर प्रसाद यादव, राज्य अध्यक्ष ,अखिल भारतीय किसान महासभा ,बिहार

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार।