35000 फीस बढोरती के खिलाफ दरभांग NSUI का उग्र पर्दर्शन…

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दरभांग NSUI जिलाध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ने विश्वविद्यालय पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि 35000 के हिसाब से बीएड के कुल 10 करोड़ रुपया से अधिक राशी ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय बीएड कॉलेज  एसोसिएशन के महासचिव सत्यनारायण अग्रवाल को डायरेक्ट रूप से फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

उनकी मिलीभगत से विश्वविद्यालय गलत अवमानना का हवाला देकर छात्रों से इस महामंदी के दौर में जबरदस्ती फीस में बढ़ोतरी कर ₹35,000 अतिरिक्त शुल्क लेने की जिद कर रही है, जिससे छात्रों में गहरा असंतोष एवं विश्वविद्यालय के खिलाफ उग्र है।

हालाकि इन दिनों छात्रों का भविष्य वैश्विक महामारी में संकट के कगार पर हैं। वर्तमान स्थिति को देखने के बावजूद भी गलत ढंग से पैसे की बढ़ोतरी करना छात्रों को पूर्ण शिक्षा से वंचित करने के बराबर है।

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वही चंद्र कुमार चौबे ने कहा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के द्वारा बीएड सत्र 2018- 2020 प्रशिक्षण शुल्क में अतिरिक्त शुल्क ₹35000 कर दिया है। जबकि इस करोना जैसी वैश्विक महामारी में हम सभी प्रशिक्षु शिक्षक की परिवारिक स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। इसमें हम लोग ₹35000 देने में असक्षम है।

ऋतिक कुमार ने कहा कि अभी एक तानाशाह फरमान विश्विद्यालय के द्वारा फॉर्म भरने और परीक्षा का तिथि निर्धारित कर दी गई लेकिन फीस के सदर्भ में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दिया गया। जिसके वजह से छात्र फीस और फार्म भरने का इतना कम अवधी के वजह से काफी परेशान और मानसिक रूप से तनाव से ग्रसित हो रहे है। तमाम चीजों के लिए कई शिक्षा माफिया ही जिम्मेवार है।

प्रेम सिंघानिया ने कहा शिक्षा की ऐसी गंदी और छात्रों के  विभिन्न माध्यमों से अंधकार में डालने वाली तमाम भ्रष्ट नीतियों को देखकर छात्र उग्र आंदोलन, धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के लिए विवश हैं।

अंकित कुमार ने कहा पूर्व छात्र अपने  फीस से जुड़ी हुई  तमाम समस्याओं से जुड़ी हुए बातों की स्पष्ट जानकारी और समाधान के लिए यूजीसी को आवेदन लिखा। जब यूजीसी ने छात्रों की तमाम समस्याओं को सुनने के बाद विश्वविद्यालय से जवाब मांगा तो उन्होंने अपना कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाया और इन तमाम चीजों की जानकारी देने से पूर्व ही फॉर्म भरने और परीक्षा की तिथि निर्धारित करते हुए छात्रों को पूर्व की तरह गुमराह किया जा रहा है।

विश्विद्यालय प्रशाशनिक व्यवस्था का क्रूरता पर जिलाध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन 17 तारीख तक परीक्षा फॉर्म की डेट को नहीं बढ़ाता है और 35000 शुल्क के मुद्दे को एसटी नहीं करता है तो पूरी ऐड के तमाम छात्र छात्राओं विश्वविद्यालय कैंपस में दाह संस्कार करेगी जिसका जिम्मेदार पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन और बिहार सरकार होगी। विकास कुमार, दीपेशकुमार, राजेश कुमार, रोहित कुमार, पप्पू कुमार, पंकज कुमार, राजेश कुमार, आनंद कुमार, चंद्र कुमार, विशाल कुमार, रितिक कुमार सहित हजारों छात्र एवं छात्राओं उपस्थित थे।