चमकी को मात देने वाले बच्चों को डीएम ने लिखा पत्र…

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– जंग जीतने वाले बच्चों को उपलब्ध कराया गया ड्राई फूड के पैकेट
  – कुपोषित और कमजोर बच्चों को भी मिलेगा फूड पैकेट्स

मुजफ्फरपुर

    प्रिय, कल्पना.. मो. खुबैद………
                     हमें खुशी है कि आपने चमकी बुखार की जंग जीत ली है। इलाज के बाद आप स्वस्थ्य होकर अपने घर पर हैं। अब घबराना नहीं है वरन और मजबूती से जीवन में आगे बढ़ना है। यह उद्गार जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के द्वारा चमकी बुखार/ एईएस से जंग जीतने वाले जिले के बच्चों को एवं उनके परिवारों के लिए प्रकट की गयी है। जिले में ऐसे 20 बच्चे हैं जो स्वस्थ्य होकर अपने घर को लौट चुके हैं। जिलाधिकारी ने चिठ्ठी के माध्यम से यह हौसलाअफजाई उन बच्चों और उनके परिवार को बल प्रदान करने के साथ आस-पास के लोगों को जागरुक भी करेगा। चमकी को मात देने वाले 20 बच्चों को रेडक्रॉस में जिलाधिकारी द्वारा 20 ड्राई फूड पैकेट जीविका को उपलब्ध कराया गया है। जिनके माध्यम से यह पैकेट उन बच्चों को उपलब्ध कराया जाएगा। मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि न केवल उन बच्चों को जो चमकी के विरुद्ध जंग में जीत हासिल किए गये हैं वहीं उन बच्चों को भी फूड पैकेटस उपलब्ध कराया जाएगा जो कमजोर और कुपोषित हैं।

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पत्र में बच्चों  के अभिभावकों को दिया जागरुकता संबधी  जिम्मेदारी
जिलाधिकारी द्वारा लिखे पत्र में चमकी से जीत चुके बच्चो को लिखा गया है कि वे अपने आस-पास के लोगों को भी चमकी से बचने के बारे में बताना है और उन्हें जागरुक करना है। बचाव के लिएजिलाधिकारी ने बताया कि अपने आस-पास के लोगों को भी एईएस/चमकी बुखार से बचने के बारे में बताना है। और उनको जागरूक करना है-कि तेज धूप और गर्मी में बच्चे को बाहर नहीं जाने दे। उन्हें खाली पेट नहीं रहने दे। संध्या के समय भी स्नान कराएं या गीले कपड़े से शरीर को जरूर पोंछे। रात में बिना खाना खाए नहीं सोने दे। सुबह उठते ही बच्चे को भी जगा कर देख लें कि वह बेहोश तो नहीं है अथवा उसमें चमकी का लक्षण तो नहीं है ।यदि चमकी का लक्षण जैसे अर्ध -बेहोशी, शरीर में अकड़न, चिकोटी काटने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होना ।मुंह से झाग आना अथवा बुखार होने पर तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल में बच्चे को लाएं। इसमें झाड़-फूंक में समय बर्बाद नहीं करें ।जितना जल्दी बच्चा अस्पताल पहुंचेगा उसके ठीक होने की संभावना उतनी ही ज्यादा रहती है। इस कार्य में आंगनवाड़ी सेविका दीदी, आशा दीदी और जीविका दीदी भी सहयोग करेंगी।उनके पास ओआरएस का पैकेट्स,गाड़ी की सूची में अन्य जरूरी सामान भी  उपलब्ध है ।प्रत्येक गांव के लिए गाड़ी चिन्हित की गई है। आने में विलंब होने पर उस गाड़ी का इस्तेमाल करके बच्चे को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सकता है ।जिला प्रशासन की ओर से आपको और आपके परिवार को एक बार फिर से बधाई तथा आपके भावी जीवन के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं ।
मौके पर नगर आयुक्त मणेश कुमार मीणा, जिला संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, जीविका के जिला प्रतिनिधि एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।