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बिहार की राजनीति में भूचाल लाने वाला शक्ति मलिक हत्याकांड , दोषी हुए गिरफ्तार , तेजस्वी और तेजप्रताप पर आरोप गलत

पूर्णिया- शक्ति मलिक केश का घटना के 72 घंटे के अंदर पूर्णिया पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पूर्णियाॅं एसपी विशाल शर्मा के द्वारा कांड की गंभीरता को देखते हुए मृतक दलित नेता शक्ति मल्लिक की हत्या करने वाले चार-पाॅंच अज्ञात अपराध कर्मियों के गिरोह को चिन्हित कर गिरफ्तारी करने हेतु आनन्द कुमार पाण्डेय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था । 

    वैज्ञानिक अनुसंधान साक्ष्य संकलन, तकनीकी अनुश्रवण एवं मानवीय सुत्रों पर काम करते हुए घटना में संलिप्त अपराधी अफताब पिता-मो0 जाहिद साकिन-मधुबनी सिपाही टोला थाना-के0हाट जिला-पूर्णियाॅं एवं मो0 तनबीर अंजुम पिता-मो0 सादिर हुसैन साकिन-माधोपाड़ा अरबिया काॅलेज रोड थाना-के0हाट सहायक को 01 देषी पिस्तौल एवं 01 मोबाईल फोन के साथ को उनके घर से तथा अफताब को घटना में प्रयुक्त 01 देषी कटटा 01 स्मार्ट फोन पिस्टल के साथ गिरफतार किया गया पूछताछ के क्रम में इन्होंने अपने अपराध को स्वीकार किया तथा उनके स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि शक्ति मलिक से इन्होने ब्याज पर 70,000/- रुपये लिये थे तथा उस रुपये की वापसी हेतु बार-बार तगादा करने लगे और सादे स्टाम पर इसका हस्ताक्षर करवाकर डायरी में 70,000/- रुपये के बदले 2,10,000/- (दो लाख 10 हजार ) रुपये की माॅंग करने लगा, अफताब के कहने पर कि ये गरीब व्यक्ति है उतना रुपये देने में असमर्थ है तो शक्ति मलिक द्वारा तरह-तरह का शारिरीक एवं मानसिक प्रताड़ना देने लगा साथ ही इनके जानने वाले व्यक्ति को भी व्याज पर रुपये दिये थे वो भी रुपये इसी से माॅगने लगा ।

    इसी तरह मो0 तनबीर अंजुम 95,000/- रुपये शक्ति मलिक से ब्याज पर लिया था, जिसको देने के तुरंत बाद ब्याज सहित शक्ति मलिक 01 लाख पाॅच हजार तीन सौ रुपये माॅगने लगा, नहीं देने पर इनका भोजन का दुकान को तोड़-फोड़ दिया साथ ही मो0 तनबीर अंजुम ने जब अरबिया काॅलेज के पास दुबारा दुकान खोला तो उसे भी शक्ति मलिक ने पुनः उसके नये दुकान तोड़-फोड़ दिया। उसके बाद मो0 तनबीर और अफताब को अपने पास रखकर तरह-तरह काम करवाते हुए मानसिक रुप से प्रताडित करते हुए देर रात को जाने देता था, जिससे ये दोनों काफी परेषान हो गये इसके साथ ही अर्चना देवी नाम की एक महिला, जो मुर्गी र्फाम के पास रहती थी, उसे एवं उनके पति-चंदन कुमार गुप्ता के साथ भी तरह-तरह का अमर्यादित व्यवहार तथा समाज के सामने बेइज्जत किया जाता था। इसी प्र्रकार कई महिलाओं के साथ भी शक्ति मलिक का व्यवहार अमर्यादित था । ये सब देखते हुए ये दोनों ने शक्ति मलिक को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाया तथा योजनाबद्व तरीके से घटना में संलिप्त अपराधकर्मियों 1.सलीम उर्फ पच्चपन 2.मो0जुनैद पिता-मो0गैसूल नदाॅफ, 3मो0 अफरोज, 4.एकाम खान उर्फ मिराज एवं 5.मो0 युसूफ के साथ मिलकर दिनांक-04.10.20 को समय करीब-3ः30 बजे शक्ति मलिक के घर के चहारदिवारी पार कर घर के पास बाॅथरुम में घात लगाकर बैठकर घर का दरबाजा खुलने का इंतजार करने लगा, ज्योंहि समय करीब 06ः30 बजे शक्ति मलिक घर का दरबाजा खोला उनमें से चार-पाॅच अपराधी घर में घुसकर शक्ति मलिक पर कई राउन्ड गोली चलाकर कर शक्ति मलिक की हत्या कर दिया। तथा अफताब के निशानदेही एवं स्वीकारोक्ति ब्यान पर घटना में संलिप्त अन्य अपराधकर्मियों 1.सलीम उर्फ पच्चपन  के साथ 01 देषी पिस्टल 01 गोली 01 मोबाईल, मिराज खान उर्फ एककाब खान के पास से 01 देषी पिस्तौल 01 गोली, जुनैद के पास से 01 देषी पिस्तौल 01 गोली 01 मोबाईल, मो0 युसूफ के पास से  01 मोबाईल अफरोज के पास से 01 धारदार चाकू के साथ को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के क्रम में सभी ने अपने अपराध को स्वीकार किया अनुसंधान के क्रम में किसी प्रकार का कोई राजनीतिक षडयन्त्र होने की बात की पुष्टि नहीं हुई।

   विधिसम्मत कारवाई पूर्ण करते हुए गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई की जा रही है। 

मृतक दलित नेता शक्ति मल्लिक के घर से बरामद समानों मे नोट गिनने का मषीन,  06 Blank non-judiciary stamp paper, ग्राहक का blank चेक-04, विभिन्न महिलाओं का आधार कार्ड का छायाप्रति कुल-36, विभिन्न  ग्राहकों का नाम एवं दिये गये नकद राषि से संबंधित डायरी बरामद किया हैं।

मृतक दलित नेता शक्ति मल्लिक  के ऊपर पूर्णिया जिला के विभिन्न थानो मे 6 मामले दर्ज थे।

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